EPFO New Rules 2025: अगर आप भी जॉब करते हैं या आपका भी PF कटता है तो यह आपके लिये बहुत ही खुशखबरी की खबर है हाल ही मे (EPFO) कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने 2025 से लागू होने वाले कई महत्वपूर्ण नियमों मे बदलाव की घोषणा की है। दोस्तों बता दे यह नए नियम जो भी नौकरी कर रही है या PF खाताधारकों के लिये कई सारी सुवधा ले कर आएंगे। बता दे इन नियमों का मुख्य उद्देश्य PF धारकों की हर समशया को आसान और सरल बनाना है जीस से किसी भी PF खाताधारक को किसी भी दिक्कत का सामना न करना पड़े और सभी जरूरी काम बड़ी आसानी से कर सके
दोस्तों आपकी जानकारी के लिये बता दे EPFO ने जॉइंट डिक्लेरेशन प्रकृया को सरल बनाया है, इसके साथ ही सेंट्रलाइज्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम (CPPC) शुरू किया है, और PF ट्रांसफर प्रक्रिया को सरल बनाया है इसके अलावा सदशय प्रोफाइल अपडेट और उच्च पेंशन के लिये दिशनिर्देश भी जारी किये हैं। आइये अब इन सभी नियमों को विस्तार से समझते है

-
जॉइंट डिक्लेरेशन प्रक्रिया क्या है
दोस्तों EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) की जॉइंट डिक्लेरेशन प्रक्रिया एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए कर्मचारी और नियोक्ता संयुक्त रूप से ईपीएफ खाते से जुड़ी गलतियों को सुधार सकते हैं। बता दे जब किसी कर्मचारी की व्यक्तिगत जानकारी, जैसे नाम, जन्म तिथि, आधार नंबर या बैंक विवरण में गलती हो जाती है या फिर पीएफ योगदान की कोई त्रुटि सामने आती है तब इस प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है जोई काफी आसान कर दी गई है। इसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों को एक निर्धारित फॉर्म भरना होता है जिसे “जॉइंट डिक्लेरेशन फॉर्म” कहा जाता है। इस फॉर्म में गलती का विवरण सही जानकारी और आवश्यक दस्तावेजों के साथ दोनों पक्षों के हस्ताक्षर किये जाते हैं। उसके बाद फॉर्म को ईपीएफओ कार्यालय में जमा करना होता है दोस्तों कुछ मामले ऐसे भी होते है जो ऑनलाइन माध्यम से भी सबमिट किया जा सकता है। ईपीएफओ अधिकारी द्वारा जानकारी की जांच और सत्यापन के बाद गलती को ठीक किया जाता है। यह प्रक्रिया कर्मचारी के पीएफ खाते की सही जानकारी सुनिश्चित करती है ताकि बाद में निकासी, पेंशन या अन्य लाभ प्राप्त करने में कोई समस्या न हो। सही जानकारी से न केवल पीएफ बैलेंस ट्रैक करना आसान हो जाता है, बल्कि वित्तीय सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है।
-
सेंट्रलाइज़्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम (CPPS)
सेंट्रलाइज्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम एक ऐसा सिस्टम है जिसके जरिए पेंशनधारकों को सीधे और तेज़ी से पेंशन का भुगतान किया जाता है। इस सिस्टम में सभी पेंशन खातों को एक केंद्रीय प्लेटफॉर्म से जोड़ा जाता है, जिससे पेंशन की गणना और भुगतान की प्रक्रिया आसान और पारदर्शी हो जाती है
1 जनवरी 2025 से CPPS लागू हो गया है इसके तहत:
- किसी भी बैंक शाखा मे पेंशन भुगतान संभव है
- पेंशन पेमेंट ऑर्डर (PPO) ट्रैन्स्फर की आवश्यकता नहीं है
- UAN-KYC लिंक्ड बैंक खाते का उपयोग https://www.epfindia.gov.in/
-
PF ट्रैन्स्फर प्रक्रिया
हाल ही में पीएफ (प्रोविडेंट फंड) ट्रांसफर प्रक्रिया को और आसान बना दिया गया है। अब कर्मचारी जब अपनी नौकरी बदलते हैं तो उन्हें पीएफ ट्रांसफर के लिए अलग से आवेदन करने की जरूरत नहीं पड़ती है। नई प्रक्रिया में यूएएन (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) के माध्यम से पीएफ अपने आप नई कंपनी के खाते में ट्रांसफर हो जाता है लेकिन कि कर्मचारी का KYC पूरा और सही हो। इससे समय की बचत होती है और दस्तावेजी प्रक्रिया भी कम हो गई है। कर्मचारी सिर्फ यह सुनिश्चित करें कि उनकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे आधार और बैंक डिटेल्स ईपीएफओ पोर्टल पर अपडेट हों।

-
सदस्य प्रोफाइल अपदेट
आधार सत्यापित UAN भले सदस्य अब व्यागतिगत विवरण जैसे नाम, जन्मतिथि, लिंग आदि को विना दस्तावेज अपलोड किये ही ठीक कर सकते हैं।
-
उच्च पेंशन दिशानिर्देश
EPFO ने कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के तहत उच्च वेतन वालों के लिये पेंशन प्रक्रिया को स्पष्ट किया है
Disclaimer: दोस्तों यह जानकारी EPFO द्वयरा जारी आधिकारिक सूचनाओ पर आधारित है। लेकिन क्रपया किसी भी कारवाई से पहले EPFO की आधिकारिक वेबसाइट पर नवीनतम जानकारी की जांच करें।https://ashok79.com/pf-withdrawal-process-in-hindi/