अतुल सुभाष की आत्माहत्या मे बंगलौर पुलिस की ओर से आरोपी पत्नी निकिता सिंघानिया और उनके परिजनों को एक नोटिस जारी किया गया है उनको तीन दिन के अंदर वायन दर्ज कराने के लिए पेश होने के निर्देश दिये गए हैं इस बीच निकिता और उसके परिजनों ने अग्रिम जमानत की याचिका दायर की है
Bengaluru Engineer Suicide Case:
बेंगलुरु में इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड मामले के बाद से सोशल मीडिया यूजर्स काफी भड़के हुए हैं. लोग सुभाष को न्याय दिलाने के लिए एक्सेंचर कंपनी में काम करने वाली उनकी पत्नी निकिता को अब नौकरी से निकालने की मांग कर रहे हैं. बेंगलुरु पुलिस जौनपुर पहुंचकर मामले की जांच कर रही है। अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में आरोपी पत्नी निकिता सिंघानिया और उसके परिजनों को 3 दिनों के भीतर पेश होकर बयान दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। इस संबंध में निकिता के घर पर नोटिस चिपका दी गई है। इसमें निकिता और उसके परिजनों को पुलिस के सामने बयान दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। पुलिस के एक्शन के बीच निकिता सिंघानिया की ओर से इलाहाबाद हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर किए जाने का मामला सामने आया है। गिरफ्तारी से बचने के लिए निकिता सिंघानिया और उसके परिजन लगातार प्रयास करते दिख रहे हैं।
बेंगलुरु में 34 वर्षीय इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड ने सोशल मीडिया पर सनसनी फैला दी है, जिससे देश में पुरुषों के लिए न्याय को लेकर नई बहस छिड़ गई है. निजी कंपनी में डिप्टी जनरल मैनेजर रहे सुभाष ने खुदकुशी से पहले 24 पन्नों का एक सुसाइड नोट और 90 मिनट का वीडियो छोड़ा है. इसमें उन्होंने अलग रह रही अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया और उनके घरवालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. इसके साथ ही जौनपुर की एक फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक को भी इस कदम के लिए जिम्मेदार ठहराया.
इंजीनियर के सुसाइड मामले के बाद से सोशल मीडिया यूजर्स काफी भड़के हुए हैं. लोग सुभाष को इंसाफ दिलाने के लिए एक्सेंचर में काम करने वाली उनकी पत्नी निकिता को अब नौकरी से निकालने की मांग कर रहे हैं.
निकिता को सताने लगा गिरफ्तारी का डर:
अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में निकिता सिंघानिया और उसके परिजनों को अब गिरफ्तारी का डर सताने लगा है। इसको लेकर वकीलों के माध्यम से उसने 12 दिसंबर को अग्रिम जमानत की याचिका दायर की। याचिका का रजिस्ट्रेशन 13 दिसंबर को हुआ है। निकिता सिंघानिया के साथ-साथ मां निशा सिंघानिया, भाई अनुराग सिंघानिया और चाचा सुशील सिंघानिया ने कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका लगाई है।
अतुल सुभाष आत्महत्या केस सोशल मीडिया पर इस समय सनसनी का टॉपिक बना हुआ है। इस मामले में निकिता सिंघानिया को लगातार घेरा जा रहा है।
इस पूरे मामले की जांच अब बेंगलुरु पुलिस के स्तर पर चल रही है। मामले में अब तक गिरफ्तारी न होने पर भी लोगों की ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं। ऐसे में निकिता सिंघानिया और उसके परिजनों ने अग्रिम जमानत की याचिका दायर कर गिरफ्तारी से बचाव की कोशिश की है।
जौनपुर में पुलिस ने जुटाए सबूत
रअसल, अतुल सुसाइड केस में बेंगलुरु पुलिस मामले की जांच के लिए गुरुवार को जौनपुर पहुंची। इसके बाद शुक्रवार को जौनपुर पुलिस के साथ बेंगलुरु पुलिस के अधिकारी निकिता सिंघानिया के घर पर पहुंचे थे। वहां पर ताला लगा पाया गया। जानकारी मिली कि बुधवार आधी रात को ही निकिता की मां और भाई मोटरसाइकिल से कहीं चले गए हैं। पुलिस ने मौके पर किसी को न पाकर वहां नोटिस चिपका दी है। इसमें तीन दिनों के भीतर बेंगलुरु के मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन, कडुबीसनहल्ली में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। बिहार के समस्तीपुर के पूसा रोड निवासी 34 वर्षीय आई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या मामले में जांच की गति को तेज किया गया है। शुक्रवार को एसआई रंजीत कुमार के नेतृत्व में टीम ने कई स्थानों से साक्ष्य जुटाए। इसके बाद टीम ने सीजीएम ऑफिस से दहेज उत्पीड़न वाले मामले से जुड़े साक्ष्य एकत्र किए। फिर परिवार न्यायालय में पहुंचकर सबूत जुटाए। टीम ने नकल के लिए आवेदन भी किया। अतुल के ससुराल वाले पहले रुहट्टा में रहते थे। अब खोवा मंडी में रहते हैं। ऐसे में कर्नाटक पुलिस ने वहीं पर नोटिस चिपकाया है। टीम ने सिपाह पुलिस चौकी में बैठकर स्थानीय पुलिस से भी केस से जुड़े साक्ष्य लिए। स्थानीय थाने में दर्ज मुकदमों के बारे में जानकारी ली।
50 लाख को लेकर बढ़ा विवाद
अतुल के भाई विकास ने कहा कि पति-पत्नी के बीच विवाद का कारण ससुराल पक्ष से मोटी राशि की लगातार मांग करना रहा। ससुराल पक्ष कभी भाई के रोजगार के लिए तो कभी मकान के लिए रुपये मांगता था। विकास ने कहा कि इस बार जब एक करोड़ के मकान की खरीद के लिए ससुराल पक्ष में 50 लाख रुपये की मांग की तो भाई ने मना कर दिया। इसके बाद विवाद बढ़ गया था।