2024 दिसंबर का भी महिना खतम होने वाला है और जोरों सोरो से 2025 के स्वयगत का इंतजार चल रहा है इस साल प्राइवेट कर्मचारियों का नया साल बड़ी खुशकभरी ले कर आ सकता है। सूत्रों के अनुसार सरकार प्राइवेट सेक्टर मे काम करने बाले कर्मचारियों के लिय EPFO की बैठक मे वेसिक सेलरी सीमा को बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। केंद्र सरकार EPF (कर्मचारी भविष्य निधि) योजना के लिय वेतन सीमा को 15000 रुपए से बढ़ाकर 21000 रुपए प्रति माह करने पर विचार कर रही है ताकि इस बलाव के उद्देश्य से कर्मचारि अपने घर के देखभाल अच्छे से कर सकें।
वेतन मे होगा बाद बदलाव
फिलहाल कर्मचारी की पेंशन की गणना 15000 के आधार पर होती है जिसे अब बड़ाकर 21000 रुपए करने की योजना बनाई जा रही है। जिससे कर्मचारियों की बड़ी उम्मीद टिकी हुई हैं। 2014 से एस सीमा मे कोई बदलाव नहीं हुया है लेकिन अब इसे अपडेट करने की तयारी चल रही हैं अगर यह लागू होतो है तो प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को हर महीने मिलने बाली पेंशन मे एक बाद वादलाव होगा जो उनकी आर्थिक इस्तिथि को मजबूत करेगा।
वेतन सीमा बढ़ाने के संभावित प्रभाव:
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EPS (पेंशन योजना) के दायरे में अधिक कर्मचारी आएंगे:
वर्तमान मे जिन प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों का वेतन 15000 रुपए से अधिक है तो वे कर्मचारी इस योजना के पत्र नहीं है। वेतन सीमा 21000 होने पर कर्मचरी की पेंशन मे बढ़ोतरी होगी और वे नौकरी छोड़ने या रेटरमेंट के बाद इस का अधिक लाभ उठा सकेंगे।
- योगदान मे बदलाव:
वेतन सीमा बढ़ने से EPS मे नयोक्ता का योगदान बढ़ेगा जबकि कर्मचारी के EPF खाते मे जाने बाली राशि घट जायगी वर्तमान सीमा के अनुसार अधिकतम EPS 1250 रुपए प्रति माह है अगर वेतन सीमा 21000 हो जाती है तो यह बढ़कर 1749 रुपए प्रति माह हो जायगी।
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पेंशन मे बढ़ोतरी
EPS के तहत पेंशन कर्मचारी के वेतन सीमा पर आधारित होगी। जब तक नई सीमा लागू नहीं होती तब तक पेंशन मे कोई बढ़ोतरी नहीं होगी नई सीमा पर पेंशन की बढ़ोतरी होना तय है। 30 वर्ष के रेटरमेंट के बाद 15000 पर पेंशन 6857 रुपए प्रतिमाह होती है बही 21000 पर प्रतिमाह पेंशन 9600 रुपए तक बढ़ सकती है
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छोटे प्रतिष्ठानों पर भी लागू हो सकता है EPF:
सरकार ऐसे प्रतिष्ठानों मे अनिवार्य EPF पंजीकरण के कर्मचारियों की संख्या 20 से कम करके 10-15 पर भी विचार कर रही है इससे छोटे प्रतिष्ठानों को भी लाभ मिलेगा
क्या होगा असर
अगर यह बदलाव लागू किया जाता है तो कर्मचारियों को मासिक सेलरी मे थोड़ी कमी हो सकती है क्युकी EPFO मे अधिक योगदान करना होगा लेकिन लंबे समय के लिय कर्मचारियों को ही फायदा होगा। क्युकी पेंशन मे हर महीने 2550 रुपए तक की बढ़ोतरी हो सकती है।