20 दिसंबर 2024 दिन शुक्रवार को जयपुर के भांकरोटा क्षेत्र मे सुबह 5:30 बजे जयपुर अजमेर हाइबे पर LPG से भरा टैंकर यूटर्न लेने की कोशिश कर रहा था इसी दौरान दूसरी ओर से आ रहा ट्रक तेज रफ्तार से LPG टैंकर से टकरा गया इसके चलते LPG गैस पूरे इलाके फैल गई तभी जोरदार भयानक हादशा हुया यह इतना भयानक था की इसने करीव 40 वाहिकल्स को अपनी चपेट मे ले लिय और 13 से अधिक लोगों की जान काली गई 35 से अधिक लोग गंभीर गयाल हैं। आइये जानते हैं हादसे के प्रमुख कारण
हादसे के प्रमुख कारण:
-
अचानक यू-टर्न लेना:
सुबह लगभग 5:30 बजे एलपीजी टैंकर अजमेर की ओर से आ रहा था दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने सामने यू-टर्न बना है बाह से वह LPG टैंकर यूटर्न ले रहा था। इसी दौरान जयपुर की ओर से आ रहे एक ट्रक ने टैंकर के नोजल में टक्कर मार दी, जिससे गैस निकालने लागि और कुछ ही देर मे एक बडा हादशा हो गया यह हादशा इतना भयंकर था की जो भी इस के बारे मे सुन रहा है उस के रोंगटे खड़े हो जा रहे हैं।
-
घना कोहरा:
हादसे के समय क्षेत्र में घना कोहरा छाया था जिससे दिखाई कम दे रहा था उसी बीच ट्रक चालक को एलपीजी से भरा टैनकर यूटर्न लेते समय दिखाई नहीं दिया और ट्रक ड्राइवेर ने LPG से भरे टैंकर की नोजल मे ट्रक मार दिया जिससे नोजिल से गैस निकालने लगी और काबू नहीं हुई और कुछ ही समय मे बहुत बडा हादशा हो गया इस दौरान लगभग 13 लोगों हादशे की चापेट मे आने से उनकी जान चली गई और उनका हसता खेलता परिवार चंद मिनटों मे गम मे बदल गया।
-
हाईवे पर डिवाइडर में कट:
वहाँ के रहने वाले लोगों ने बताया की हाईवे पर डिवाइडर में बने कट के कारण वाहन चालक अक्सर यू-टर्न लेते रहते हैं जिससे वहाँ अक्सर दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। इस स्थान पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। लेकिन इससे पहले भी कोई कार्रवाई नहीं की गई थी अगर कार्रवाई की गई होती तो आज दोबारा यह हसादशा नहीं होता उन उन परिवारों की खुशिया नहीं जाती।
सीसीटीवी फुटेज में सामने आई जानकारी:
सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि टैंकर के यू-टर्न लेते समय ट्रक ने उसे टक्कर मारी, जिससे टैंकर के नोजल से लगभग 18 टन गैस हवा में फैल गई और 200 मीटर का क्षेत्र गैस चैंबर में बदल गया। कुछ सेकंड बाद टैंकर में जोरदार धमाका हुआ और आसपास की गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं। और हस्ती खेलती जिंदगिया चंद मिनटों मे तब्दील हो गई ऑउए सुबह का सूरज भी नहीं देख पाए
इस हादसे ने सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के पालन की आवश्यकता को फिर से उजागर किया है। साथ ही हाईवे पर डिवाइडर में बने कट्स की समीक्षा और कोहरे के दौरान वाहन चालकों द्वारा अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया है।