प्रयागराज कुंभ मेले में भगदड़, 12 से अधिक की मौत, कई लोग घायल

प्रयागराज कुंभ मेले में भगदड़: दोस्तों बता दे प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले के दौरान मौनी अमावस्या के पवित्र स्नान पर भगदड़ मच गई थी जिसमें कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए हैं। यह घटना बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे घटी जब लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए जुटे थे। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने पूरे मेले के माहौल को गमगीन कर दिया है।

भगदड़ घटना की जानकारी और प्रतिक्रियाएं

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दोस्तों प्रयागराज में मौजूद पत्रकार ने एक स्वास्थ्यकर्मी से बात की जिन्होंने कम से कम 12 लोगों की मौत की पुष्टि की है। स्वास्थ्यकर्मी ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि उन्होंने घटनास्थल पर कई शव देखे हैं। हालांकि प्रशासन ने अभी तक किसी भी मौत के बारे में आधिकारिक तौर पर जानकारी नहीं दी है। समाचार एजेंसी एएफ़पी से बात करते हुए प्रयागराज सिटी के एक डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस घटना में कम से कम 15 लोगों की मौत हुई है और कई लोग घायल हैं।

प्रयागराज कुंभ मेले में भगदड़, 12 से अधिक की मौत, कई लोग घायल
प्रयागराज कुंभ मेले में भगदड़

योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भीड़ का दबाव बहुत ज़्यादा था और करीब तीन करोड़ लोगों ने स्नान किया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोई भी नकारात्मक बात न फैलाएं क्योंकि इसका ख़ामियाजा भुगतना पड़ सकता है। वही योगी ने कहा कि हालात काबू में हैं लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि कितने लोगों की मौत हुई है। हालांकि उन्होंने घायलों की बात को स्वीकार किया है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह से लेकर अब तक चार बार उनसे बात की है और हालात पर नज़र रखी है।

श्रद्धालुओं से अपील

योगी आदित्यनाथ ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट के जरिए श्रद्धालुओं से अपील की कि वे संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें और जिस घाट के पास हैं वहीं स्नान करें। उन्होंने यह भी कहा की “महाकुंभ में, प्रयागराज आए प्रिय श्रद्धालुओं माँ गंगा के जिस घाट के आप समीप हैं वहीं स्नान करें। संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। आप सभी प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें और व्यवस्था बनाने में सहयोग करें।”

घटना का कारण

मंगलवार देर शाम से ही मौनी अमावस्या के मौक़े पर अमृत स्नान शुरू हो गया था। इसी दौरान यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। चश्मदीदों का कहना है कि अचानक भीड़ ने बैरियर तोड़ दिया और एक घाट पर बैठे लोगों पर चढ़ गई। इससे भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओएसडी आकांक्षा राणा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कुछ जगहों पर बैरियर टूटने की ख़बर है, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई थी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अब स्थिति नियंत्रण में है और घायलों का इलाज चल रहा है।https://www.bbc.com/hindi/articles/cn7gegnkzmvo

प्रयागराज कुंभ मेले में भगदड़, 12 से अधिक की मौत, कई लोग घायल
प्रयागराज कुंभ मेले में भगदड़

विपक्ष की प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने भी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने एक्स पर पोस्ट करके इस घटना को लेकर दुख जताया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने लिखा, “प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ से श्रद्धालुओं के हताहत होने की सूचना हृदयविदारक है। ईश्वर मृतकों की आत्मा को शांति दें और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करें।

अस्पतालों में घायलों का इलाज

समाचार एजेंसी पीटीआई ने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें अराइल के सब-सेंट्रल अस्पताल सेक्टर 24 में घायलों को लाया जा रहा है। कुंभ मेला क्षेत्र में बने अस्पताल में भी घायलों को भर्ती किया गया है।

अमृत स्नान रद्द

इस घटना के बाद सभी अखाड़ों ने मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया है। अखिल भारतीय परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने बुधवार सुबह मीडिया से बात करते हुए कहा कि भगदड़ की घटना के कारण मौनी अमावस्या के स्नान को रद्द कर दिया गया है।

भीड़ प्रबंधन पर सवाल

इस घटना ने एक बार फिर बड़े आयोजनों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कुंभ मेला जैसे विशाल आयोजनों में लाखों लोग एक साथ जुटते हैं ऐसे में सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखना एक बड़ी चुनौती होती है।https://ashok79.com/mahakunbh-news-news-live-live-28-january-pryagraj/

आगे की राह

इस त्रासदी ने पूरे देश को झकझोर दिया है और सभी की निगाहें अब प्रशासन की ओर हैं कि वह इस घटना की पूरी तरह से जांच करे और जिम्मेदार लोगों को सख्त सजा दिलाए। साथ ही घायलों के इलाज और मृतकों के परिवारों को मदद पहुंचाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है।

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