इन लझणो से समझ जाएं 2 महीने के अंदर आने वाला है हार्ट अटैक, संकेत मिलते ही डॉक्टर के पास तुरंत जाएं
हार्ट अटैक जिसे दिल का दौरा भी बोलते हैं हार्ट अटैक कभी भी पड़ सकता है; लक्षणों को जानना और तुरंत ज़रूरी मदद लेना हार्ट अटैक से बचने के लिए बहुत ज़रूरी है। दिल के दौरे के सभी लक्षण एक जैसे नहीं हो सकते। वास्तव में, कई दिल के दौरे धीरे-धीरे शुरू होते हैं। दिल का दौरा पड़ने वाले व्यक्ति को इस बात पर संदेह हो सकता है कि यह वास्तव में हो रहा है या नहीं।
2 महीने हार्ट अटैक के लझण:
हार्ट अटैक आज कल के समय मे कम उम्र के लोगों को भी चपेट मे ले रहा अगर आप समय रहते इस पर ध्यान देते हैं तो काफी हद तक हार्ट अटटक्ककी गंभीरता से बच सकते हैं। किसी भी वयक्ति को हार्ट अटैक तब आता है जब हार्ट (दिल) मे ब्लड का प्रवहा काफी कम हो जाता है ह्रदय मे ब्लड की रूकावट का मुख्य कारण धमनियों मे फैट जमा होना और कोलॉस्टरल का स्तर बड़ जाना होता है इसके अलावा कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं
बता दें की फैटयुक्त और कलोस्ट्रॉल युक्त जमाव को प्लाक कहा जाता है जब किसी स्थिति मे प्लाक फैट जाय तो थक्का बनने लगता है इस स्थिति मे ब्लड प्रवहा अवरूद्ध हो जाता है। हार्ट मे ब्लड फ़्लो न होने की बजह से मासपेसियों मे नुकसान पहुचता हैं जिसकी बजह से हार्ट अटैक का खतरा रहता हैं डॉक्टरों का कहना है की हार्ट अटैक के कुछ महीने पहले ही हमारा शरीर के तरह के संकेत देता है जिस पर तुरंत ध्यान देना चाहिय और तुरंत सावधानी बरतनी चाहिय जिससे हार्ट अट्टकक के खतरे से बचा जा सके मुख्य रूप से शरीर मे 2 से 3 महीने पहले कई तरह के संकेत दिखाई देते हैं आइये जानते हैं वो कौन से संकेत होते हैं
दो महीने पहले शरीर मे दिखते हैं संकेत
हार्ट अटैक (दिल का दौरा) के लक्षण (Heart Attack Symptoms) पहचानना जीवन बचाने में काफी मददगार हो सकता है। संभावित लक्षणों की एक सूची यहां दी गई है।
1. सीने में दर्द या दबाव
- सीने के बीच में भारीपन, दबाव, या जलन का अनुभव होना। भी हार्ट अटैक का इशारा करता है
- शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द
- हार्ट अटैक आने से कुछ दिनों पहले शरीर के इन हिस्सों मे जैसे हाथ, कंधे, पीठ, गर्दन, जबड़े, मे दर्द मसहूस होता है यह दर्द ऐसा होता है।
- बायां हाथ खासतौर पर प्रभावित हो सकता है।
- सांस लेने में कठिनाई
- हार्ट अटैक के दौरान या उससे पहले सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
- पसीना आना
- शरीर से बिना किसी वजह से पसीना आना भी हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं जिस पर ध्यान देकर तुरंत डॉक्टर को दिखाय
- कमजोरी या थकावट
- अगर आपको बिना काम के भी अचानक अत्यधिक थकावट या कमजोरी महसूस होती है तो यह भी हर्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं
- जी मिचलाना और उल्टी
- हार्ट अटैक के दौरान पेट से संबंधित समस्याएं, जैसे जी मिचलाना या उल्टी होना होना भी हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं
- चक्कर आना या बेहोशी
- चक्कर आना या बेहोश होना भी हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं
- बिना कुछ खाय अपच
- बिना अधिक खाय अपच जैसा महसूस होना भी हार्ट अटैक के लक्षण हैं
हार्ट अटैक के लक्षण दिखने पर किया करे
- अगर आपको या आपके परिवार मे किसी को हार्ट अटैक के लक्षण दिख रहे हैं तो ऐसे मे तुरंत डॉक्टर की सल्हा लें
- नियमित रूप से हल्के फुल्के एक्सरसाइज़ करे जिससे शरीर मर बलद फ़्लो बना रहे
- डॉक्टर के बताय गए दिशा निर्देशों का अच्छे से पालन करें
- हमेशा अपने आहार मे ऐसे चीजों को सामील करे जिससे ब्लड कलोटींग की सिकायत को कम किया जा सके
- डाइट मे किसी भी तरह के बदलाओ के लिय डॉक्टर से सल्हा जरूर लिन
हार्ट अटैक आने पर क्या करें?
प्राथमिक यदि आपके पास Disprin, Ecosprin या Aspirin है, तो आपको इसे रोगी को देना चाहिए। Disprin, -Ecosprin या Aspirin ये दवाएं रक्त के Clotting को रोकती है।
अगर किसीके घर में कोई हार्ट पेशेंट हो तो sorbitrate की 5mg की टेबलेट जीभ के निचे रखनी है , इसे दर्द की तीव्रता थोड़ी कम हो जाती है।
तुरंत नजदीकी हस्पताल के ambulance से संपर्क करना है।