TikTok को अमेरिका में बैन से बचने के लिए क्या कदम उठाने होंगे?: अमेरिकी सरकार और TikTok के बीच चल रही कानूनी लड़ाई अब अपने चरम पर पहुंच चुकी है। TikTok, जो कि एक लोकप्रिय सोशल मीडिया ऐप है, पर इसकी अमेरिका में बैन की संभावना तेज हो गई है। अमेरिकी सरकार का आरोप है कि TikTok की चीनी पेरेंट कंपनी ByteDance अमेरिकी यूज़र्स का डेटा चीन को भेज सकती है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है। आइए जानते हैं इस बैन की स्थिति और TikTok द्वारा इस संकट से बचने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में।
TikTok पर बैन की स्थिति
TikTok पर बैन लगाने की कोशिशें अमेरिका में सुरक्षा कारणों से हो रही हैं। अमेरिकी सरकार का कहना है कि TikTok का डेटा चीन तक पहुंच सकता है, जिससे अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है। हालांकि, TikTok बार-बार यह दावा करता है कि वह अपने यूज़र्स का डेटा चीन के साथ साझा नहीं करता। इसके बावजूद, अमेरिकी सरकार को इस पर विश्वास नहीं हो रहा है, और इस मुद्दे पर कानूनी लड़ाई जारी है।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला
हाल ही में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसला सुनाया कि TikTok को अमेरिका में तब तक बैन किया जाएगा, जब तक कि ByteDance अपनी हिस्सेदारी किसी तटस्थ पार्टी को नहीं बेच देता। इसके तहत ByteDance को TikTok के अमेरिकी संस्करण को बेचने का आदेश दिया गया। अगर ByteDance ऐसा नहीं करता, तो TikTok को ऐप स्टोर्स और वेब होस्टिंग से हटा दिया जाएगा, जिससे ऐप को पूरी तरह से बैन किया जा सकता है।
TikTok का बयान और संभावित परिणाम
TikTok ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने इसे बैन से बचाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया, तो 19 जनवरी, 2025 के बाद ऐप अमेरिका में पूरी तरह से बंद हो सकता है। इसका मतलब यह है कि न केवल नए डाउनलोड बंद हो जाएंगे, बल्कि पुराने यूज़र्स के लिए भी ऐप काम नहीं करेगा।
कंटेंट क्रिएटर्स पर असर
TikTok पर बैन का सबसे बड़ा असर कंटेंट क्रिएटर्स और इन्फ्लुएंसर्स पर पड़ेगा। कई ऐसे क्रिएटर्स हैं जो TikTok से अपनी आमदनी करते हैं, और बैन होने पर उनका व्यवसाय ठप हो सकता है। कई क्रिएटर्स ने इस फैसले को अपने लिए आर्थिक संकट बताया है, और कुछ ने तो यह तक कह दिया है कि वे अब अपने फॉलोवर्स से अलविदा ले रहे हैं। इसके अलावा, शैक्षिक सामग्री देने वाले क्रिएटर्स के लिए यह एक बड़ा झटका हो सकता है, क्योंकि यह समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन था।
TikTok का कानूनी संघर्ष
TikTok ने इस फैसले को कोर्ट में चुनौती दी थी, और इसे अपने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के उल्लंघन के रूप में देखा। TikTok का कहना था कि बैन से उनके 170 मिलियन अमेरिकी यूज़र्स के अधिकारों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस कानूनी चुनौती को खारिज कर दिया और बैन को मंजूरी दी।
अमेरिकी सरकार का रुख
अमेरिकी सरकार ने साफ तौर पर यह कहा है कि तानाशाही शासनों को अमेरिकी नागरिकों का डेटा नहीं मिलना चाहिए। उनका कहना है कि TikTok पर बैन लगाने से चीन को राष्ट्रीय सुरक्षा कमजोर करने से रोका जा सकेगा और अमेरिका के खुफिया तंत्र को सुरक्षित रखा जा सकेगा।
ByteDance और TikTok का रुख
ByteDance ने अभी तक TikTok को बेचने का कोई वादा नहीं किया है। उन्होंने कहा है कि अगर किसी समाधान तक नहीं पहुंचा जाता, तो 19 जनवरी, 2025 के बाद वे ऐप को अमेरिका में बंद कर देंगे। यही स्थिति चिंता का कारण बन रही है, क्योंकि अगर जल्द ही कोई तात्कालिक समाधान नहीं मिलता, तो TikTok को पूरी तरह से बंद किया जा सकता है। https://www.bbc.com/news/articles/clyeer3qp12o
चीन का रुख
चीन ने इस फैसले पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। चीन का कहना है कि यह कदम अमेरिकी सरकार के राजनीतिक इरादों का हिस्सा है और इससे व्यावसायिक स्वतंत्रता को नुकसान हो रहा है। चीन का आरोप है कि अमेरिकी सरकार TikTok को केवल राजनीतिक कारणों से निशाना बना रही है।
https://ashok79.com/tik-tok-banned-in-the-us/
निष्कर्ष
TikTok के लिए अमेरिका में भविष्य अब अनिश्चित है। अगर ByteDance अपनी हिस्सेदारी नहीं बेचता, तो TikTok को बैन का सामना करना पड़ेगा। इस कानूनी लड़ाई में कई पक्षों की चिंताएँ और तर्क हैं, जिनमें राष्ट्रीय सुरक्षा, क्रिएटर्स के आर्थिक नुकसान और उपयोगकर्ताओं के अधिकारों का उल्लंघन शामिल हैं। TikTok ने अपनी अमेरिकी संपत्ति बेचने का विकल्प खुला रखा है, लेकिन अगर जल्द ही कोई समाधान नहीं मिलता, तो यह ऐप पूरी तरह से बंद हो सकता है।
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