भारत के प्रयागराज महाकुंभ मे कई बाबा चर्चा मे है उन मे से एक है आईआईटी बाबा जो काफी चर्चा मे है जिनका नाम अभय सिंह है वे हरियाणा के झज्जर जिले के रहने बाले है। उनके पिता कर्णसिंह ऐडवोकेट हैं। अभय सिंह ने IIT बॉम्बे से एयरोस्पेश इंजीनियरिंग की और इसके बाद उन्होंने कनाडा ऐरोप्लेन बनाने बाली कॉम्पनी मे काम भी किया है। उसके बाद अचानक वे भारत घर आ गए और घर से भी अचानक गायब हो गए। महाकुंभ मे अचानक अभय सिंह के वीडियो वाइरल हुये तब उनके परिवार को पता लगा। हलाकी अभय सिंह परिवार के बारे मे जायद बात नहीं करना चाहते हैं। दोस्तों अभय सिंह की अनोखी कहानी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। इस ब्लॉग में, हम विस्तार से समझेंगे कि IIT बाबा कौन हैं, वे कुंभ मेले में क्यों चर्चा का विषय बने हुए हैं, और उनके विचार और कार्य क्यों लोगों को प्रेरित कर रहे हैं।
IIT बाबा कौन हैं ?
IIT बाबा, असल में, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) के पूर्व छात्र रहे चुके हैं। उन्होंने उच्च शिक्षा और वैज्ञानिक अनुसंधान में गहरी पकड़ हासिल की है, लेकिन पारंपरिक करियर छोड़कर वे अध्यात्म और समाज सेवा के मार्ग पर चल पड़े। IIT बाले बाबा जिनका असली नाम अभय सिंह है लेकिन उनकी पहचान “IIT बाबा” के नाम से ही मशहूर हो गई है। वे अपने ज्ञान, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और सरल जीवनशैली के कारण युवाओं और वृद्धों दोनों के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं। IIT बाले बाबा हमेशा हस्ते रहते हैं उनका कहना है की मौत काभी भी आ सकती है इसलिये मै हमेशा हसता रहता हु।
11 महीने अचानक घर बालों से संपर्क बंद?
अभय सिंह के परिवार बालों ने बताया की 11 महीने अचानक अभय सबके संपर्क से बाहर हो गये थे उनको जब भी फोन करते थे तो बात नहीं करते थे यह कह कर फोन काट दिया करते थे की अगर कोई जरूरी काम हुया करे तो मैसेज कर दिया करो। हलाकी 6 महीने बाद घर बालों को अभय की चिंता तो उन्होंने फोन करने की कोशिश की लेकिन सभी के नंबर ब्लॉक लिस्ट मे थे और संपर्क नहीं मिल पाया।
अभय सिंह का काम परिवार को पसंद नहीं था?
अभय सिंह ने बताया की मेरा काम परिवार बालों को पसंद नहीं था मै हमेशा से ही घर छोड़ना चाहता था इसलिये मैंने आईआईटी करने का फैसला लिय घर मे हमेशा कलेश होता था इस लिये मै ने घर छोड़ा
क्यों हो रहे हैं IIT बाबा वायरल?
IIT बाबा अभय सिंह काफी तेजी से वाइरल हो रहे हैं इसके पीछे के कई कारण है। आइये समझते हैं विस्तार से दोस्तों
- सोशल मीडिया पर प्रभाव: उनके वीडियो और साधारण विचार सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर काफी तेजी से वाइरल हो रहे है। जैसे यूट्यूब, इंस्टाग्राम और ट्विटर
- युवाओं के साथ जुड़ाव: उनके वैज्ञानिक दृष्टिकोण और मॉडर्न दृष्टिकोण से युवा वर्ग काफी प्रभावित है। जिससे लोगों को काफी पसंद आ रहे हैं। युवा IIT बाबा को एक प्रेरणास्त्रोत के रूप में देख रहे हैं।
- आधुनिक और प्राचीन का संगम: IIT बाबा की बातें उन लोगों के लिए भी आकर्षक हैं, जो आधुनिक जीवन जीते हैं लेकिन अपनी जड़ों से जुड़े रहना चाहते हैं।
- व्यक्तित्व का आकर्षण: उनका सादगी भरा जीवन, विनम्र व्यवहार और अनूठा संवाद शैली लोगों को उनकी ओर खींच रहा है।
IIT बाबा की भविष्य की योजनाएँ?
IIT बाबा केवल बातों तक सीमित नहीं हैं। उन्होंने अपनी योजनाओं का खाका भी प्रस्तुत किया है, जिसमें शामिल हैं:
- शिक्षा का प्रचार-प्रसार: वे ग्रामीण इलाकों में तकनीकी शिक्षा और अध्यात्मिक ज्ञान को एक साथ बढ़ावा देने की योजना बना रहे हैं।
- पर्यावरणीय शोध: गंगा और अन्य नदियों की सफाई के लिए वे नए तकनीकी समाधानों पर काम कर रहे हैं।
- युवाओं के लिए प्रशिक्षण: वे ध्यान और योग के साथ-साथ आधुनिक कौशल जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस सिखाने के लिए शिविर आयोजित करने की योजना बना रहे हैं। https://www.youtube.com/watch?v=k4CBC0tzxAk
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निष्कर्ष
IIT बाबा कुंभ मेले में एक नई क्रांति का प्रतीक बनकर उभरे हैं। वे धर्म, विज्ञान और समाज सेवा के संगम का उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। उनकी लोकप्रियता यह साबित करती है कि आज के समय में लोग केवल परंपरा या विज्ञान में से किसी एक को चुनने की बजाय, दोनों को अपनाने के लिए तैयार हैं। IIT बाबा का संदेश, जीवनशैली और कार्य न केवल प्रेरणादायक हैं, बल्कि यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि हम अपनी परंपराओं और आधुनिकता को कैसे संतुलित कर सकते हैं। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि बदलाव लाने के लिए केवल शिक्षा या ज्ञान ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उसे उपयोग में लाने का सही तरीका भी जरूरी है। IIT बाबा की यह यात्रा निश्चित रूप से आने वाले समय में और भी लोगों को प्रेरित करेगी।
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